Chaand Dharati Se Kitna Door Hai (चाँद धरती से कितना दूर है)

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नमस्कार दोस्तों, आज के इस Article मे हम जानेगे के Chaand Dharti Se Kitna Door Hai ? जैसा की आप सभी जानते हैं की हमारा ब्रह्माण्ड सौर मंडल ग्रहो, आकाश गंगा और उल्कापिंड आदि से मिलकर बना है। हमारे सौर मंडल मे 8 ग्रह है, और 185 ज्ञात प्राकृतिक उपग्रह है।हर ग्रह के एक या एक से ज्यादा उपग्रह है। चन्द्रमा भी धऱती का एकमात्र प्रकृतिक उपग्रह है।

ब्रह्माण्ड को लेकर मानव के मन मे अजीब और अलग अलग सवाल आते रहते है।तो चलिएअब आपकोबताते है कि Chaand Dharti Se Kitna Door Hai? चाँद पर सबसे पहले कब कौन गया थाचाँद पर पहुंचने में कितना समय लगता है आदि छोटी बड़ी जानकारियों से अवगत करवाते हुए आपको चाँद की सैर पर ले चलते है।तो चलिए शुरू करते है :

Chaand Dharati Se Kitna Door Hai ?

वैज्ञानिको के अनुसार चाँद धरती से लगभग 384,403 Km अर्थात 238,857 Miles की दुरी पर मौजूद है।जिस प्रकार धरती सूर्य की निरंतर परिक्रमा करती रहती है ठीक उसी प्रकार चाँद हमेशा पृथ्वी की परिक्रमा करता रहता है।वैज्ञनिको द्वारा बताई गयी यह दुरी चन्द्रमा के परिक्रमा के दौरान धरती से उसकी निकटतम और अधिकतम दुरी के मध्य औसत आंकड़ों की गणना पर आधारित है। चाँद का केवल 59% हिस्सा ही धरती से दिखाई देता है।

चाँद – एक प्राकृतिक उपग्रह

चाँद धरती का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह हैजो हर समय धरती की परिक्रमा करता रहता है। चन्द्रमा 27.3 दिनों में पृथ्वी का एक चक्कर पूरा करता है।वैज्ञनिको का मानना है की “ थिया नामक उल्का पृथ्वी से टकराया था। जिसकी वजह से पृथ्वी का कुछ हिस्सा टूट कर अलग हो गया जो चाँद बनाहै।चाँद धरती के आकार का केवल 27% ही है।

चन्द्रमा ,पृथ्वी और सूर्य की निरंतर बदलती परिस्थियों की वजह से चाँद अमावस्या से पूर्णिमा तक क्रमशबढ़ता है  और पूर्णिमा से अमावस्या तकक्रमशघटता रहता है, इसे चंद्रकलाएँ कहते है। चन्द्रमा की 16 कलाएँ होती है।

धरती से चाँद पर पहुंचने मे कितना समय लगता है?

चाँद पर मानव के जाने का इतिहास भी काफी पुराना हो चुका है। धरती से चाँद तक पहुंचने का समय कितना लगेगा यह इस बात पर निर्भर करता है की हम किस विमान से यात्रा कर रहे है ? उसकी गति क्या है?

धरती से चन्द्रमा पर भेजे गए बिमानो मे से सबसे कम स्पीड वाला विमान ESA स्मार्ट –1 है , जिसने चाँद पर पहुँचने के  लिए 1 Year 1 Month एंड 2 Weeks का समय ले लिया था।अब तक का सबसे तेज विमान नासा NEW HORIZON है, जो पृथ्वी से चाँद के बिच की दुरी करीब 8 घंटे और 35 मिनट्स मे तय कर लेता है।

आप ये तो जानते ही होंगे की चाँद पर पहला कदम Neel Armstrong ने रखा था और उन्ही के साथ चाँद पर उतरने वाले दूसरे व्यक्ति बज एल्ड्रिन थे ।इसके अलावा आपको ये जानकर हैरानी होगी की उनके कदम के निशान आज भी चाँद पर मौजूद हैऔर आने वाले लाखो वर्षो तक ये निशान बने रहेंगेक्योंकि चाँद पर हवा नहीं है जो इन निशानों को मिटासके।अब तक चाँद पर 12 लोग गए है।

क्या चाँद पर जीवन संभव है?

अगरआपके मन मे भी ये सवाल आता है तो आपको बता दे कीजी हाँ चाँद पर जीवन संभव है।चाँद की सतह खुरदरी है और इसपर अस्थिर व हल्का वायुमंडल उपस्थित है। चाँद की सतह पर बर्फ रूप मे पानी भी मौजूद है। चन्द्रमा पर ऑक्सीजन भी पाई गयी है।

Scientists के एक रिसर्च के अनुसार चाँद की सतह पर अलग अलग जगहों, रात और दिन के बीच मे Temperature पर डिफरेंस मे जमीं आसमान का अंतर् पाया जाता है।चाँद का नक्शा बनाने वाले पहले वैज्ञानिक थॉमस हैरियट थे।उन्होंने दूरबीन से चाँद को देखकर चाँद का डायग्राम तैयार किया था।

चाँद पर भारत की उपलब्धियां

इसरो का चंद्रयान-1 पहला मिशन था।भारत के पहले चंद्रयान ने चाँद तक पहुंचने के लिए 5 दिन लिए थे।हमारे महान साइंटिस्ट और पूर्व प्रेजिडेंट एपीजे अब्दुकल कलाम ने MIP डिवाइस बनाने के बारे मे विचार किया था।उनकी इच्छा थी की इंडियन साइंटिस्ट चाँद के एक पार्ट पर अपने निशान छोडे।

इसरो के साइंटिस्ट ने उनकी इस इच्छा को पूरा किया। 2008 मे MIP डिवाइस को चंद्रयानकी मददसे चाँद पर भेजा गया था।जिस हिस्से पर इस Device को उतारा था वैज्ञानिको ने उस हिस्से को जवाहर पॉइंट का नाम दिया है।शोधकर्ताओं ने इस डिवाइस से प्राप्त Data से चाँद पर पानी मिलने और चाँद को जंग लगने के बारे मे पता लगाया है।

चाँद पर पानी की खोज भारत ने की है।भारतीय अंतरिक्ष अनुसधान संगठन (ISRO)  ने अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुवात 60 के दशक मे बेहद सिमित सन्साधनो के साथ की थी।भारत ने 22 October 2008 को अपना पहला चंद्रयान भेजा था।यह करीब 10  महीने तक चन्द्रमा के चारो तरफ घूमता रहा।वैज्ञानिको ने चन्द्रयान मे मून इम्पैक्ट प्रोब (MIP) नाम की डिवाइस लगाई थी।जिसे चन्द्रमा की सतह पर स्थापित होने में 15 दिनों का समय लग गयाथा।

14 Nov 2009 को चंद्रयान चाँद की सतह पर उतरा और भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र मे अपना सिक्का जमाया।इस मामले मे भारत चौथा देश बन गया।इस डिवाइस ने ही चाँद की सतह पर पानी को खोजा था।इस बड़ी खोज के लिए नासा ने भी इसरो की तारीफ़ की थी, क्योंकि ISRO को पहली बार (First Attempt) मे ही ये सफलता मिल गयी थी।

चंद्रयान-2 को 22 July 2019 श्रीहरिकोटा रेंज से भारतीय समयानुसार सफलतापूर्वक भेजा गयाथा।चंद्रयान-2  ने जनवरी 2022 मे उच्च तीव्रता वाले सौर फ्लायर्स के कारण सौर प्रोटोन घटनाओ का पता लगाया जब सूर्य सक्रीय होता है तो सौर फ्लायर्स नामक विस्फोट होते है जो ऊर्जावान कणो को स्पेस में उगलते है।

चाँद के बारे में कुछ रोचक जानकारी

आइये दोस्तोंआपको चाँद की कुछ रोचक जानकारी से अवगत करवाते है:-

  • रात को आपने सुन्दर से चाँद को चमकते हुए तो जरूर देखा होगापर आपको पता है की चाँद की अपनी कोई चमक नहीं होती।जी हाँ, चाँद खुद से नहीं चमकता बल्कि सूर्य के प्रकाश से प्रकाशित होता है।चन्द्रमा दिन के समय सूर्य की ऊर्जा को अवशोषित कर लेता है और रात के समय ऊर्जा Release होती है। इसलिए चाँद चमकता हुआ दिखाई देताहै।
  • चन्द्रमा दिन के समय भी आसमाँ में मौजूद होता है।परन्तु सूर्य की बहुत अत्यधिक तेज रोशनी की वजह से ये दिखयी नहीं देता।
  • चाँद पर Low Gravity की वजह से वजन कम हो जाता है।इसीलिए चाँद पर हलके होने से अंतरिक्ष यात्री ज्यादा उछलकूद कर सकते है।
  • चन्द्र्मा धरती का एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह है।
  • चंदमा सौर परिवार का 5 वाँ सबसे बड़ा प्राकतिक उपग्रह है।
  • इसका आकार क्रिकेट की बॉल की तरह है।
  • चंदमा की आयु 4.53E9 वर्ष है।
  • इसकी परिधि 10921 KM है।
  • चन्द्रमा दूसरा सबसे ज्यादा घनत्व वाला उपग्रह है।पहले स्थान पर बृहस्पति का उपग्रह आयो है।
  • चाँद लगातार पृथ्वी की परिक्रमा करता रहता है और 27.3 दिन में पृथ्वी का एक चक्कर पूरा कर लेता है।
  • यदि हम चाँद पर खड़े होकर धरती को देखे तो पृथ्वी साफ़ साफ़ अपने अक्ष पर घूमती नजर आएगी।
  • वैज्ञानिको के अनुसार चांद में गडढे और पहाड़ है। सबसे ऊँचे पर्वत की ऊँचाई 4700Meter  है।इसका नाम Haijan है।
  • जब चन्द्रमा धरती और सूर्य के बीच आ जाता है तो इस स्थिति को चंदग्रहण कहते है।इस दौरान पृथ्वी के कुछ हिस्सों मे अँधेरा छा जाता है।

निष्कर्ष

तो दोस्तों, इस लेख मे हमने बताया कि Chaand Dharti Se Kitna Door Hai? और चाँद के बारे मे अन्य रोचक जानकारियां भी साँझा की है। हम आशा करते है की आपके लिए यह लेख मददगार रहा होगा।यदि आप कोई सवाल पूछना चाहते है तो आप कमेंट बॉक्स में पूछ सकते है।